सफाई | Safai

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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दाम ¶फै लक कि अपनी पत्तों की सोपड़ी को भी उनसे कहीं घधघिक सुभीतेवाली बनवा सकते हैं । गांव के रहनेवाले किसान लोग झ्गर हमारी इन यातों पर ध्यान देंगे तो दादर के रददनेदालों से मो श्रपनें को श्धिक सुखी बना सकेंगे । गांदों के लोग झपने घरों को टीवारों को गोवर-सिट्टी से लीपते हैं और मकान का फर्श सी गोयर-मिट्टी से या घोड़े की लीद॒ श्र मिट्टी से ल्लीपते हैं । टोवारों पर सफ्ेंटी कमी करते ही नहीं। इससे पुरू तो मकान की शरोमा नहीं यढ़ने पाती श्र दूसरे उसमें उजाला चहुठ कम रददठा है । कहीं-कहदीं पाइनाम की सफेद मिट्टी पोतने के काम में लाई लावो है, परन्तु सिवाय सफेदी के उसमें कोई गा गुण नदी होता 1 मिट्टी के बने मकानों में, श्रौर मिट्टी से बनी दीवारों में बीमारी के की डे अच्छी तरदद पलते रददते दे । प्लेग, देज्ञा जेंसे दरावने रोगों के कोटे देखो दीचातें में भ्रच्छी तरदद चेन करते ईं झौर उसमें रदनेवालों का नाश कर ढाकते हैं । इसलिए दीवारों को चूना-क्रज्ई से पुदवाना चाहिये । चूना कोई बहुत उपादा मेंहगी चीज्ञ नहीं दै। दो पैसे सेर से लगाकर चार पेंसे सेर तक श्रच्ठा चुना मिल जाता है। थोदढा-सा लालच छोड़कर या तमाखू-पीडो के ग़्चे में वसो करके मकान को चूना-क्रलई से ज़रूर ही पुठचाना चादिये । हर ठे महीने न दोसकफे, तो. साल-भर में एक बार तो पने रहने के सकान में चुने से जरूर ही सफ़ेदीं कर देनी चाहिए । चूने में योमारों पटा कानेवाले कीड़ों को फौरन दी मार ढालने की ताकत दै । प्लेग, दैज़ा, इन्स्लुपूजा जेसे भयंकर रोगों के कीटे, चूने ये पुतो दीवारों पर नहीं ढदरने पाते--सर जाते दइं या भाग जति इ 1 इसके. सिवाय स्वट्मल, पिस्सू, सच्छर जसे छोटे-दोटे जन्तु मो चूने से पुवी हुई दीवारों पर कम टिकते दे । गांव में घनन रखने की. कोडियाँ हरेक घर में होती दे उन्दें भी जीप-पोठकर घिक्ञडुल साफ रखना श्ादिये । उनके नीचे का साग ऐसा रना इया दोना चादि कि उनके नीचे, कचरा-कूड़ा, चूहे, साँप,




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