आचार्य श्री विनयचन्द्र ज्ञान भण्डार ग्रन्थ सूची भाग 1 | Achary Vinaychandra Gyan Bhandar Granth Suchi Bhag 1

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Achary Vinaychandra Gyan Bhandar Granth Suchi Bhag 1  by नरेन्द्र भानावत - Narendra Bhanawat

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१६. २० २१. ११ २३ २४ २१५ २६. २७ भट्टारक सम्प्रदाय (पी-एच०डी ०, हिन्दी) श्र।दिकालीन द्न्दी _ जैन साहित्य (पी- एच०डी०, हिन्दी) जेन घर्मं में ग्रात्मा का स्वरूप (पी-एच० डीं०, श्र गरेजी) भगवतीसुत्र ‡ एक श्रध्ययन (पी-एच डी ०, भ्रगरेनो) जेन भडासं इन राजस्थान (पी-एच० डी०, श्र ग्रे जी) एथिकल डाकिट्न्स इन जनिज्म (पी-एच०डी ०, श्रगरेजी) प्राचीन हिन्दी साहित्य पर जेन साहित्य का प्रभाव (पी-एच० डी ०, हिन्दी ) हरिभद्र के प्राकृतं कंथा साहित्य का भ्रालोचना- - त्मकं प्रक्थयन (पी-एच० डी०, हिन्दी) जन कवि स्वयभ्रू कृत पउमचरिउ तथा तुलसी कृत रापायण (पी-एच० डी०, हिन्दी) राजस्थानी वेलि साहित्य (पी-एच० डी ०; हिन्दी) ( १७.) नागपुर विश्वविद्यालय १९५९ (प्रकाशित) इलाहाबाद विद्वविधालप १६५९ श्रागरा विश्वविद्यालय, १६९० (श्रप्रफाशित) बिहार विश्वविद्यालय, १९६० (प्रकाशित) राज० विध्यविद्यालय (प्रकाशित) राजस्थान विश्वविद्यालय १९६१ (प्रकाशित) श्रलीगढ विद्वविद्यालय १६९९ विहार विश्वविद्यालय . १६६१ (प्रकारित) श्रागरा विक्ष्वविद्यालय १६६२ (श्रप्रकारित) राज० विश्वविद्यालय १९६६२ (प्रकाशित) डॉ० विद्याधर जोहरा- पुरकर, ग०कालिज, मडला डॉ० हरिशकर शर्मा डों० सुमतिचन्द्र जेन, जे ११४१. रानोरी गाडन, नर्द्‌ दिल्ली डां° जे० सी० सिंक्रदार « एल> डी० इन्स्टीट्युट श्राफ इण्डोलाजीं श्रह्मदावाद-६ , डॉ० कस्तूरचन्द कामली- वाल, महावीर भवन, जयपुर-३ डॉ०कमलचन्द सोगानी, -१०६ भ्रगोकनगर, उदयपुर डं० धन्यकूमार जेन डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्री, भोला भवन, _ १, महाजन टोली, श्रारा (बिहार) डॉ० प्रोमश्रकाश दीक्षित, हिन्दी विभागाध्यक्ष, जे० बी० कालेज, सहारनपुर डॉ०. नरेन्द्र भानावत, सी० २३४५ ए, तिलकनगर, जयपुर--४




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