संक्षिप्त केशव | Sankshipt Keshav
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
240
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)संच्िप्त केशव १५
सीखने लगे । श्रव उ संस्कृत का मुख ताकने की आवश्यकता नहीं
रह गई ।
रसिकप्रिया महाराजकुमार इन्द्रजीत के ग्रनुरोध से लिखी गई यी।
इसमे रस श्रौर रस-सामग्री के विविध उपादार्नो का वर्णन है । शृङ्गाररस
को वहत प्रधानता दी गई रै । ्रन्यान्य रो को शृङ्गार मे ही परिगखित
कर दिया गया है | इस म्न्थमे १६ प्रकाश हैं जिनमें निम्न लिखित
विषयों का वणन है--
(१) श्वारके दो मेद् संयोग श्रौर वियोग
(२) नायकके भेद
(३) नायिका के मेद
(४) दर्शन श्र श्रवण
(५४) दम्पति चेष्टा और मिलन
(६) विभाव, माव श्रौर हाव
(७ ) ऋष्ट प्रकार नायिका
(८ ) पूवनुराग
(६ ) मान विप्रलम्भ
( १० ) मान-मोचन
( ११) विप्रलम्भ
८ १२) करुण श्रौर प्रवास विप्रलम्भ
(१२ ) सखियाँ
(१३) सखी-कम
(१४ ) शज्ार के अतिरिक्त श्रन्य रस
( १५. ) कैशिकी यूत्तियाँ
( १६ ) रस-झनरस
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