दो सेर धान | Do Ser Dhan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
175
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about तकषी शिवशंकर पिल्लै - Takashi Sivasankara Pillai
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कोरन इसकी खबर लेता रहा कि चिरुता से शादी करने की बातें
करने कौन-कौन आता है । कुछ लोग राजी होकर लौट गए हूँ, पर शादी
की बात पक्की नहीं हई । `
कभी-कभी उसको लगता कि विरता उसके पक्ष में है । कारण, वह
उस दिन उसको अर्थपूणे दृष्टि से देखती ओर मुस्कुराती रही थी । उसका
विश्वास था कि उसने उस दिन जो-कुछ कहा था वह॒ चिरुता की प्रेरणा
से ही कहा था । विदां होते समय भी तो उसने कुछ इशारा किया था ।
लेकिन इधर एक नई तनातनी शुरू हो गई । चम्पक्कुलम के चात्तन
ते कुञ्व्याली को प्रभावित कर लिया 1 कञ्व्ाली की इच्छाथीकिपंसा
भले ही कम मिले, चिरुता की सगाई चात्तन से ही हो । लेकिन चिर्ता
नें चात्तन के पक्ष या विपक्ष में कुछ नहीं कहा । चात्तन प्राय: रोज ही वहाँ
जाने छगा ।
कोरन धर्म-संकट. में पड़ गया],
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