तुम्हारे लिए | Thumhre Liye
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)७ ० ® तुम्हारे लिए
इसका निशैय करो, सितारो-
किसके लिए बना' है कौन !
फागुन आया, जग बौराया,
कोयल बोली, एल सिले,
श्र, दूर उस नील क्षितिज पर
घरती-अम्बर गले सिने,
कितु, सदा के डाही पतर ने छोटा-सा प्ररन किया,
यहु छोटा-सा प्रश्न किया--
इसका निर्णय करो, सितारो--
किसके लिए बना है कौन !
न
सावन आया, घन घहूराया,
नदियाँ उमड़ीं, ताप सिटा--
दुर दितिज पर सरित-सिधु का
अन्तर अपने-आप मिटा,
किंतु, सदा के डाही दिनकर ने छोटा-सा प्रश्न किया,
यह् छोटा-सा प्रश्न किया--
इसका निय करो, सितारो--
किसके लिए बना है कौन !
--पौच--
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