मनोरंजन पुस्तकमाला भाग - 19 | Manoranjan Pustak Mala Bhag - 19

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Manoranjan Pustak Mala Bhag - 19 by श्यामसुंदर दास - Shyam Sundar Das

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्यामसुंदर दास - Shyam Sundar Das

Add Infomation AboutShyam Sundar Das

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
( ५ थे, वहां ऐसे भी कई एक दुप्ट पुरुष विद्यमान थे जो इसी शक्ति से जनता के हानि पर्हुचाया करते थे । ` ~ सललम ने राजकायये को समुचित रीति पर चलाने के लिये एथेंस सें लोकसभा का निर्माण किया धा। लोक- सभा का मुख्य कार्य मुख्य शासक चुनना तथा राजकाये को उचित विधि पर चलाने कं लिये नियम कं विषय मेँ सस्मति देना धा । राज्य के अधिकारों को वड़े बड़े व्याख्याता लोकस भा द्वारा प्रायः झुचलवा दिया करते थे। सारांश यह है कि उस युग में लोकसभा ही राजकार्य में सीधे तार पर सब कुछ थी। यद्दाँ हमें यद्द बतला देना चाहिए कि लोकसभा के अधिकारों के संबंध में निम्नलिखित कार्य कहे जा सकते हैं-- ( १) राजदूतें को नियत करना । (२) विदेशी राष्ट्रों के संदेशों को सुनना । (३) युद्ध या शांति का निणय करना । (४ ) सेनापतियों का नियत करना । ८१५) सैनिकों की तनखाहें निश्चित करना । {६ ) चिजित्त नगरों का प्र्वघ श्रादि करना। (७ ) नवीन देवतानं को उपासना के लिये मानना । (८ ) धार्मिक उत्सव करना ! { < ) नागरिको को अधिकार आदि देना। (१०) राष्ट्र के श्राय व्यय को देखना ( ३४५ या ३६ दिन सें एक चार ) ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now