राजेश्वरी | Rajeshwari
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
33
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
ममता खरे - Mamata Khare
No Information available about ममता खरे - Mamata Khare
शंकर नायक - Shankar Nayak
No Information available about शंकर नायक - Shankar Nayak
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)न
“अच्छा माँ अब मैं कभी ऐसा नहीं करूंगी,
° हंसकर कुहू जवा के गले से लिपट गई।
` करने परं भी बुरी आदत एक बार पड़ ऊ
है । कुहू को भी ञदत पड़ गई थी कि खेट
मिला तो फ्राक का कोना ही उठाकर चबाने
ग हर फ्राक का कॉलर दांतों से चबाया हुआ ह
[ज खाएगी बाल बंधवाते वक्त की उठकर
User Reviews
No Reviews | Add Yours...