भारत - निर्माता | Bharat Nirmata
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
149 MB
कुल पष्ठ :
122
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)=,
बिना किसी पदार्थ की सहायता के ही एक
हवा को गर्म नहीं करता । सूर्य ओर हमारी प्रथ्वी-बे
बीच करोड मील तक एकदम शत्य है-पूणं वेद्ध `
भ्रम | फिर भी सूर्य से हमें अपरिमित मात्रा में ताप _
प्राप्त होता है। ताप के संचार की इस विधि को विकि
रण! कहते हैं | विकिरण में भौतिक पदार्थ के कश
सहायता पहुँचाने के बदले उलठे बाधा पहुँचाते हैं।
५
अगीठी के सामने दप्रती का इक्डा रख लीजिए
+
पर विस्तृत रूप से विचार करेंगे | संचालन में ठोस ই
कण अपने पासवाले करों कों ताप केसे दे पाते हैं
17,
५
तप पदाथों के अशुओं की गति..या कंपन, का
ढीले रहते हैं इसलिए वे ऊपर जगह मिली
पसरने और दौडने लगते हैं...। . इंसोलिए ८ ष पदीली
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