एक अभूतपूर्व चातुर्मास | Ek Abhutpurva Chatumars
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
180
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अहिसा-सयम-तप
क्र
धम्मो मगलमुक्किट्ट, अहिसा सजमो तवो।
देवावि तं नमंसंति, जस्स धम्मे सया मणो ॥
जहा दुमस्स पुष्फेसु, भमरो आवियरई रसं ।
न य पुष्फ किलामेइ, सो य पीणेइ अप्पयं ॥
एमेए समणा मुत्ता, जे लोए संति साहुणो ।
विहंगमा व ॒पुष्फेसु, दाण-भत्तेसणे रया ॥
वयं च वित्ति लन्भामो, न य कोई उवहम्मइ ।
अहागडसु रीयते, पुष्फेसु भमरा जहा ॥
महुगारसमा बद्धा, जे भवंति अणिस्सिया ।
नाणा-पिडरया दंता, तेण बुच्चंति साहूणो ॥
--ततषेनि
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