श्रीमती कमला नेहरू | Shrimati Kamla Naharu

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Shrimati Kamla Naharu by जवाहरलाल नेहरू - Jawaharlal Neharu

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ९७ ) करते थे । गावों और शहरों में भी इन दे।नों महापुरुषों का नाप विक्षेप रूप से लिया जाता धा! लोग इनके सम्बन्ध में तरह तरह की नई कहानिया कहा करते ये । इसमें सन्देह नहों, कि भप्ठदयेत का विगुल महारमा गाधी ने वाया, किन्तु बह सवे व्यापी हुआ फेवल नेहरू परिवार के त्याग फे फारण | पंढित मोतीलाल भौर पणिष्ठण मवादरज्ञाल मो फे जीवन की फह्ानियों को जो छुनता, पह्मी सरकार से असहयोग करने फे लिए तैयार हो जाता | माघ के मद्दीने में जद माथ का मेज्ा लगता है, और दूर-द्र से यात्री-गण त्रिवेणी मे स्नान करने फे लिए धाते षै, क दैदाततियों फे नेर जी फे आनन्द भवन में भी एक भीड़ सी लग जाया करती है । यह सब नेहरू परिवार का त्याग नहीं तो और क्‍या है ! कमला লী মনা भसहयोगसे फैसे भछूती रह सकती ধাঁ? पति ने बैरिस्टरी छोड़कर अपने सारे विदेशी भड़कौीले 'फिपढ़े उतार दिये। सझुर ने देश के गरीबों से मिलकर उनकी सेवा का महा मन्त्र लिया | फिर मसा कमला जी अपने कर्चज्यों से कैसे व चित रह सकती थीं, उन्होंने भी अपने पति और सख्दुर फे साय ही देश फी सेवा का मद्दा- मम्न क्षिया | उन्होंने मी उनके साथ ही सु्खों को तिलांमलि * देकर देश फे लिए निपत्तियों फो मेलने फा पाड पद्म । ছু




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