श्री तुकाराम - चरित जीवनी और उपदेश | Sri Tukaram - Charit Jivani Aur Upadesh

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Sri Tukaram - Charit Jivani Aur Upadesh  by लक्ष्मण रामचन्द्र पांगारकर - Lakshman Ramchandra Paangarkar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about लक्ष्मण रामचन्द्र पांगारकर - Lakshman Ramchandra Paangarkar

Add Infomation AboutLakshman Ramchandra Paangarkar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
( १४ ) बाद सन्तगुणकीतंनोमे तुकारामका बहियोके तारे ज तथा उनके सशरीर बेकुण्ठ सिधारने इन दोनों ही घटनाओंका कार्तन किया गया है शिवदिनकेसरी मज्मुनीथवर देवनाथ महाराज आदिने अपने पदोंमें तुकाराम महाराजकी स्तुति करते हुए. इन दो कथाओंका स्मरण कराया है. समर्थ श्रीरामदास खामाके सम्प्रदायवालोने भी तुकारामजीके प्रति अत्यन्त प्रेम यक्त किया है समर्थ और तुकाराम एक दूसरेसे अवश्य ही मिले होंगे भिक्षाके मिससे छोटे बडे सबको परख छे मर्न्त महन्तको ददि इष्यादि सीख दासबोध द्वारा देनेवाले समर्थ




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now