कृत स्वयं - शिक्षक भाग - 1 | Krit Swayam - Shikshak Bhag - 1

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Book Image : कृत स्वयं - शिक्षक भाग - 1  - Krit Swayam - Shikshak Bhag - 1

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Professor  (Dr.)  Prem   Suman   Jain  D. Lit. ,  UDAIPUR

            Born at Sinundi in Jabalpur Distt. in Madhya Pradesh on 1st August, 1942. Professor (Dr.) Prem Suman Jain is an eminent Prakrit Scholar and Jainologist by his commendable literary and research contribution. Dr. Jain retired as the Professor and Head of the Department of Jainology and Prakrit from M.L. Sukhadia University, Udaipur after over 30 years of service. He was also Dean, faculty of Arts and Dean Student Welfare in the University.

Dr. Jain has  also served as Director and holding the Professor and H.O.D. Post in the D

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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उदाहरण वाक्य पाठ ३ तुम=दुम तुम नमसि = तुम नमन करते हो । तुम पढसि८-तुम पढते/पढती हो । तुम जाणसि>-तुम जानते/जानती हो । तुम चितसि--तुम खिंसन करते हो 1 तुम इच्छसि = तुम इच्छा करते/करती हो! तुम सुणासि>तुम सुनते/सुनती हो । तुम पासि =वुम देखते/देखती हो । तुम भु जसि=तुम भोजन करते हो । तुम पिवसि तुम पीते/पीती हो 1 तुम चलसिन्= तुम चलते, चलती हौ । तुम गच्छसि तुम जाते/मासी हो । तुम भमसि तुम परूमते/घूमती हो । तुम घावसि = तुम दौडते/दोढती हो । तुम णच्चसि = सुम नाते/नाचती हो । तुम खेलसि = तुम खेलते ्ेलती टो 1 तुम जयसि = तुम जीतते।जीतती हो । तुम हससि = तुम हसते/हसती टो 1 तुम सेवसि = तुम सेवा करती हो । तुम सयसि = तुम सोते/सोती हो 1 तुम लिहसि = तुम लिखते/लिखती हो 1 प्राकृत मे श्रनुवाद करो तुम दौडते हो | तुम जानती हो । तुम नमन करते हो । तुम सुनती हो । तुम पीते हो । लुम घूमती हो । तुम हसती हो । तुम इच्छा करते हो । तुम नाचती हो । तुम जीतते हो । प्रयोग वाक्य तुम भ्रत्य पठसि तुम तत्थ खेलसि तुम सह्‌ भू जसि तुम मह चित्तसि तुम सया सेवसि तुम दाणि सयसि तुम सणिग्र चलसि तुम फति गच्छसि तुम अग्गभो पाससि तुम ण लिहसि সান্গুজ ঈ भ्नुवाव करो दुम एक वार पढते हो । तुम यहाँ पढते हो । तुम वहाँ खेलते हो । तुम एक बार भोजन करते हो । तुम बार-बार चितन करते हो। तुम सदा सेवा करती हो । तुम इस समय सोते हो । तुम धीरे नलती हो । तुम शीघ्र जाते हो। तुम भागे देखते हो । तुम नही लिखते हो । ॥ ॥ |] | ॥ ॥ ॥ ॥ ॥ ॥ तुम वहाँ मोजन करती हो । तुम इस समय सेलते हो । तुम यहाँ रहते हो । तुम श्रागे देखते हो । प्राकृत स्‍्वय-शिक्षक




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