अनीति की राह पर | Aniti Ki Raha Par

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Aniti Ki Raha Par by श्री मदनमोहन मालवीय - Shri Madanmohan Malviya

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री मदनमोहन मालवीय - Shri Madanmohan Malviya

Add Infomation AboutShri Madanmohan Malviya

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
र विवाहितों में भ्रष्टाचार विवाहित ल्ली पुरुषों का ब्रह्मचय द्वारा गम-निरोध करना एक वात है और विषयभोग के साथ २ तथा उसके परिणाम से बचानेदाले साधनों की सहायता से सताननिग्रह करना बिल्कुल दूसरी । पहली सूरत में मनुष्यों का केवल लाभ ही लाभ है ओर दूसरी सूरत मे नुकसान के अलावा ओर कुछ हो नही सकता । ब्यूरो ने आंकडों ओर मानचित्रों की सहायता से यह दिखलाया है कि पाशविक वृत्तियों की रगाम ढीली करने और फिर सभोग के स्वाभाविक परिणामों से बचने के अभिप्राय से गरभ-निरोध के कृत्रिम साधनों के बढते हुए प्रयोग का फू यही हुआ है किन केदल पेरिस में, वल्कि समस्त फ्रांस में, झत्यु-सर्या की अपेक्षा




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now