नेमिनाहा चरिया | Neminaha Chariya
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
320
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
एच० सी० भायाणी-H. C. Bhayani
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एम. सी. मोदी - M. C. Modi
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)१९५९ ] नवमभवि दरिवंसबुत्तंतु ই
[१९५६]
ष्मो य--
जम्मि पच्छिमि चरिदि चारित्तु
पणवन्न-बच्छर-सहस जाव पिविह-तव-कम्म-जोगिण ।
कय-वेयाचस्व-विषहि अणि-जणस्सु सु-षियुद्ध-माविण ॥
बाल-काल-भाविठ सरिवि अंत-दसह दोहग्गु ।
मग्गेविणु निय-तव-फलिण रूविण सह सोहर्गु ॥
[१९५७]
अमर-मंदिरि गतु रिद-खहण
चबिऊण य सुरषरह षह नीबु तसु नदिसेणह ।
वघुदेव-नामिण पयड हुयउ चंदु जदु-गेह-गयणह ॥
सोहग्गिय-नर-सिरि-तिलड_माणिणि-माण-घरटूटु ।
हुउ अर्रेण वि धर-वछ॒इ पसरिय-गर्य-मरटट् ॥
[१९५८]
इओ य --
महर-नयरिहि नीहरंतेण
सिरि-उमासेणिण निविण दिद॒ठु एग्र वारुय-तवस्सिउ ।
ता पणमिबि तयु पदृहि उग्गसेणु जंपई ज्स॑सिड ॥
पसिय महा-घुणि पारणं मह मवणम्मि करेऽजन ।
जह अप्पाणु वि णडं हठं फि-चि कयत्थठे अज्ज ॥
[१९५९]
अह तवस्सिण तेण पडिवन्लु
कह-कहमवि निव-वयणु [तयणु] अंति निय-मास-खमणह ।
सो गयउ अह-क्कमिण दार-देसि नरनाह-मवणह ॥
न-उणों केण-वि निव-जणिण तारिस-विहिहि वसेण |
आरिथ वि सु खमगु अह पज्जलंतु रोसेण ॥
१९५७ १. ४८ फुणप्रैंणा 705 तेण ५0 जणिण 10 129৩ 6 ॐ 20158105
५0 ख. ३. क. {6 षठ ४ ०६५५९.
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