मरूधर केसरी मुनिश्री मिश्रीमल महाराज अभिनन्दन ग्रन्थ | Marudhar Kesri Munishri Mishrimalji Maharaj Abhinandan Granth
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
44 MB
कुल पष्ठ :
1249
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पं. शोभाचंद्र जी भारिल्ल - Pt. Shobha Chandra JI Bharilla
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पी छात गाघीय शञान भन्दिर, जपपूर
१६
ভা उयातिप्रसादमा जन एम ए एल एत्र यौ० पो एद० डो० स्नञ्
भघ्थरकमरी एनि्ा मिधीमलजी সঙ ই भप्मिताूनाव ग्राय प्रशातित बर रह
হল বালক अत्यात प्रसानता हुई । विशिष्ट साता और पिटाता का इस प्रकार
अपितालन वरत हम उनके प्रति वुछ छवचला चापन वरते हैं। साथ ही इस वहान
स्वय জামাল ভাত हैं --एक सुटटर सालत्यित्र सकतन प्रवारा मं आ जाता है ।
श्री रामपालम शोमाणो एपुर ।
मत था हजारामल रुप्रतिग्राय वा आपने बहुत ही सु ह”र सम्पाट्म किया है। राजस्घान
में इतना स*र स्मतिग्रय अब तन छापा प्रतीत नहां होता | सामग्री भी इसमे व ते
ही आछो है । আশা है यह अभिनदन प्र-्य भी ऐसा तय रा हर शागा ।
তা रागाराम जत एमस्त ए थो एच० डो आरा (बिहार)
ग्रय प्रक्राणा योजना যু सुश्चियर 2गी। द्सकी रानतार सफ्टतां वा लिय भरी
मगर कामना है 1
मुनि क्री फहेयातावजा হাসল
प्रसरीजी का अभिन गे समाज व ये अत्यात गोरय या विषय है । शमाज उनका
मू पवान सवाञ वे रण गे अधिनाहतपग्रय भेंट कर बुछ अटा मे उऋण हा सवंगा ।
न
মীলীলাল জন विजय एमन्ण
मम्धरवंसरी मुनि था मिश्रीमठजी महाराज व॑ पावन अभिना”टस समारो> पर मह्ति
हा रहे ग्रय व प्रवास पर जत्य ते प्रसनता होती है। मत्रिया तपस्विया साध्विया
विशता 7 स्वसाप्रना के साथ साथ लाइबायाणारा प्रशतिया दाया समाज बा
यथाङ्गार 7 दिया ही है। आपरा समिति व इस प्रयास पर हालिव बधाई हैलो हू ।
महूता शिसरच द कोचर
यो ए०, एल एल यो
एफ एसम० आर জাত
साहिदयलिरोधनि साहि“याचाय
हहएटबर एवड से० मे जज
पो० झप्ततू (राज )
ता० २१० ६७
চস হল जानवर अस्पत সম নলা 6 বিলিনা मिथीमलजी पहाराज को হা
भो स्वेध जपाती 4 संचयसर पर एक अभमिना'न प्रथ प्रराधित जिया जा रहा है ।
मे हृग सबरदसर र अपनी हाटिक टामशामनाए भ्रपित बस््ता हैं 1
User Reviews
No Reviews | Add Yours...