भारतीय मूर्ति - कला | Bharatiy Murti - Kala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
192
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भारतीय মৃিশ্তা
आदि उपादानों वो--उने स्वभाव के यनुपरार--गदृ, सोदष्,
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कि हम भागे देखेंगे ।
प्रागैतिद्वासिक फाल; मोहनजोदड़ो, पैदिफकाल
[६* पू« १«वथीं ११वीं सदस्तान्दी से श्खरी सद्बप्ताब्दी तक] ०
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मिलता दै--
१. प्रारभिफ अस्तर-युग) जिम मतष्य पवस नगद
पत्पर के औजार और हथियार काम में लाता था |
१--चारों ओर से गढ़कर ।
२--द्वाथ से उपकरण को, जहाँ जैसी आवश्यकता हो, ऊँचा
उदर् दा नीचे दवाकर आकृति उत्तन्न करना |
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