पंचलब्धि -भाग 3 | Punchlabdhi -Bhag 3
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
311
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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विषय
छद्मश्य की वाणी सहज क्या खिरती ই?
लाभान्तराय कमं के स्षयोपशम मे क्या बाह्य सामग्री
मिलती है ने
यज्ञोपवीत कोन पहर सकता टै !
मुनि महाराज को आहार केसे देना चाहिए ? ४“
पातन्न जीवों को अन्न्तराय किस के दोष से आती है ?
पात्र कुपान्न अपात्र का स्वरूप
निकांचित और निधत्त बन्ध किसको कहते है ? ^
मिथ्याभाव का दृष्टान्त ०
विनय तप और विनय भिथ्यात्व किसको कहते हैं?
नयों का स्वरूप ই
निक्षेप का स्वरूप ०७ १९५५
अनेकान्त का स्वरूप ^ ५००
स्याद्राद् का स्वरूप
भाव कर्म का स्वरूप
निमित्त का स्वरूप
द्रव्य कम का स्वरूप
नोकम का स्वरूप
श्रात्मा का बुद्धि ववेक अपराध “
आहार संज्ञादि ५०५ সী
प्रायोग्य लब्धि नम ५०००
करण लब्धि
२२१
२२३
२२५
२२९७
२३१
२३२४
२२५
२२८
२४१
२४४
1
२५०
२४४
२५८५
२५८
२६३
२६७
२६६
२८३
२८६
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