जैनतत्वादर्श भाग - 1 | Jain Tatvadarsh Bhag 1
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
604
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about हंसराज बच्छराज नाहटा - Hansraj Bachchharaj Nahata
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषयानुक्रमणिका
০০
प्रथम परिच्छेद
विषय
प्राकथन है
अरिहंत के १२ गुण [८ प्रातिहाये 8 अतिशय]
चाणी के पेंतीस अतिशय
चौतीस अतिशय
अठारह दोष
अठारह दोषों की मीमांसा
परमात्मा फे विधिध नाम
गत चौबीसी के तीथङकर
चतेमान चौवीसी के तीथ॑ङ्कर
सीर्थङकुर के नाम का सामान्य शौर विशेष अथे
ती्थङ्कें के वंश तथा बणे
तीथकर के चिन्ह
सीकर पितृनाम
तीथकर माठनाम
बावन बोल
प्रत्येक तीथड्डर के वावन बोल
श्री ऋषभदेव, श्री अजितनाथ
User Reviews
No Reviews | Add Yours...