गंगा गोविन्दसिंह | Ganga Govind Singh
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
125 MB
कुल पष्ठ :
297
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)गंगा गोविन्द सिह १२ `
अनुसार अपने को गवर्नर जेनरल समझ कर, फिलिफ फ्रान्सिस
को ले कोंसिल-भवन के एक कमरे में काये आरम्भ कर द्विया।
उधर वारेन हेस्टिग्स वारवेल साहब को लेकर दूसरे कमरे में
कौंसिल का काम करने लगे । इन्होंने सब लोगों से जेनरल
कलेवरिंग का हुक्म अस्वीकार करने के लिये अन्लुरोध किया।
ईरूट इश्डिया कम्पनी के अन्यान्य कर्मचारियों ने हेस्टिग्स
का पत्तावलम्बन किया। वे लोग जानते थे कि जेनरल कलेच-
रिंग के गवनेर होने पर किसी को भी घूँस-रिश्वत द्वारा लूड
खसेरट करने की सुविधा न मिलेगी; न देशी लोगो पर अत्या*
खार दी करने पायेगे 1 इसलिये ईस्ट इरिडिया कम्पनी के सभी
स्वार्थपर कर्मचारियों एवं देशी कुलांगारों ने जेनरल क्लेवरिंग
के विरुद्ध आचरण करना आरस्म कर द्या। अन्त मे हेस्टिग्सः
के प्रस्तावानुसार जेनरल कलेवरिंग एवं उनके दर्मियान इसः
विषय के निपटारे का भार सुप्रीमकोर्ट के जज को दिया गया।
सुप्रीमकोर्ट के प्रधान जज इलइजा इस्पे थे। ये हेस्टिग्स के.
घमिष्ट मित्र थे । इनके विचाराजुसार हेस्टिग्स की ही जय
रही । इन्होंने यह कह कर क्लेवरिंग को हरा दिया कि हेस्टिग्स
के आम मुख्तार के दिये हुए इस्तिफे को मंजूर करके कोर्ट
आफ डाइरेक्टर्स ने महा अन्याय किया हे। अस्तु । “हेस्टिग्से
की कायदे के अनुसार पदच्युति नहीं हुई हे 1
इख प्रकार हेर्टिग्स का पद् रह गया पएवं इनकी क्षमता
तथा प्रभुत्व दिन २ बद्ने लगा ।
इस घटना के कुछ काल बाद जेनरल कलेवरिग भी परलोक
को सिधारे । इस कारण हेस्टिग्लस का एकाधिपत्य ओर লী
द हो गया । इधर ज्ञमीन के नये बन्दोबस्त का समय भौ
.. आ पहुँचा।
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