उर्दू की सर्वश्रेष्ठ कविता | Urdu Ki Sarvseth Poetry
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
234
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
कन्हैयालाल - Kanhaiyalal
No Information available about कन्हैयालाल - Kanhaiyalal
कृष्णचंद्र - Krishnachandra
No Information available about कृष्णचंद्र - Krishnachandra
राजेंद्र सिंह बेदी - RAJENDRA SINGH BEDI
No Information available about राजेंद्र सिंह बेदी - RAJENDRA SINGH BEDI
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)वेक्सीनेटर १६
पांव-तले रौद सकते है । तुम हमे नही पहचानते । हा हा हा
“ओर मैं पागल हो जाता हूँ, और सोचता हूँ कि जब तक ये चमकते हुए
बुर्ग मौजूद है, मेरे मन को शाति नही प्राप्त हो सकती | बहुधा मेरे मन मे
विचार उठता है कि एक-दो रुपये कौ वारूद लेकर मँ रात के समय इस पुराने
महल के निकट जाऊँ और वारूद लगाकर भक से इन वुर्जों को उडा दूँ, तो **
तो'' 'लेकिन मैने हर बार इस विचार को मन मे ज्ञोर से दवा दिया है।
ओर वेक्सीनेटर ने रहस्यमय लहजे में रशीद की ओर श्रुककर कहा--
“लेकिन एक दिन मै इस काम को अ्रवश्य पूरा करके चोदा 1
दा
User Reviews
No Reviews | Add Yours...