महाबंधो भाग 7 | Mahabandho
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
19 MB
कुल पष्ठ :
340
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषयानुक्रमणिका
विषय पृष्ट विषय দন্ত
क्षेत्रप्ररूषणा ठ १.६ स्वामिल्वानुगम १०८-१०६.
ज्षेत्रपररूपणाके दो भेद १ कालानुगम ११०-१११
उत्कृष्ट ज्षेत्रप्रूपणा १-४ अन्तरानुगमं ११२-१४६
অনয क्षेत्रपरूणा ५९ भागामागानुगम १५०
क । ५५८ परिमाणानुगम १५०-१५२
स्प्शनप्ररूपणाके दो भेद ७ ज्षेत्रान॒ुगम १४३
उत्कृष्ट सशनप्रूपणा ७-४५ सशंनानुगम १५३-१८०
जघन्य स्पशनप्रुपणा ४४-४८. कालानुगम र
कालप्ररूपणा | ५६-३३ अन्तरानुगम १८८-१६१
कालप्ररुपणाके दो भेद ५६ भावानुगम १६१
उत्कृष्ट कालप्ररूपणा ४६-६१ अल्पवह वानुगम १६१-१६७
जवस्य कालप्ररूपणा ६२६२३ दनिक्षेप १६७-२२६
स्ना, ९६६४ तोन अनुयागद्वारोंका निर्देश १६७
अन्तरप्ररूपणाके दौ मेद ६३ এ
उत्कृष्ट अन्तरप्ररूपणा ६९.६४ অন্তরক্ারনা कम
जघन्य अन्तरप्रर्पणा ६४ सुीतंनक दो भेद न
भावप्ररूपणा ६५ ভক্ত समुत्कीतना নিবি
भावप्ररूपणाके दो भेद ६५ जघन्य सपुत्कीतना को
उत्कृष्ट भावप्रूपणा ६५ स्वामिष्व च
जघन्य भावप्ररूपणा ६५ स्वामित्वके दो भेद हों
अल्पवहुस्वप्ररूपणा ६५.१०५ তিক্ত स्वामित्व নি
अल्पब्रहुत्वप्ररूपणाके তা भेद ६५. जषन्य स्वामित् 2
स्वस्थान अल्पचहुत्वके दो भेद + व ৮
उत्कृष्ट स्वस्थान अल्पचहुत्व ६४-७४. अल्पबहुत्वके दो भेद ५५५
जघन्य स्वस्थान अल्पन्रहुत ७५-८१ उत्कृष्ट अल्पब्रहूत्व २२५-२२६
परस्थान अल्पत्रहुलके दो भेद 88 हित
उत्कृष्ट परस्थान अल्पत्रहुत्व ८१-६३ अजघनय बृद्धि भादिके विषयमे सूचना ०
जघन्य परस्थान अल्पत्रहुत ६४-१०५ बृद्धिबन्ध न्
भुजगारवन्ध १०५-१९७ तेरद अनुयोगदवरोंकी सूचना २२७
पे १०५ समुत्कीतना २२७-२२६
तेरद अनुयोगद्वारोंका निर्देश १०४. स्वामित्व সত
काल २३५-२३६
समुत्कीर्तनानुगम १०६-१०७
¶ अन्तरकालङे शन्तका भंश, भंगविचय पूरा भोर भागामागङो भन्तकी एक पंक्तिको छोड कर
पूरा भागाभाग ब्रुटित है ।
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