बंगला और उनका साहित्य | Bangla Aur Unkaa Saahitya

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Bangla Aur Unkaa Saahitya by हंसकुमार तिवारी - Hanskumar Tiwari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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बंगला भाषा और उसका गआ्आरादिकाल १६ कविता की जो धारा थी, वह वंगला-ताहिप्य मेँ च्राज मी श्रवाधसूप से बह रही हे | | आदि रूप का आनुमानिक काल इस प्रकार यह अनुमान किया जा सकता हे कि आठवीं से बारहवीं 'सदी तक के अरतसे में बंगला-भाषा का आदि रूप तेयार हो रहा था । 4 ++




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