आधुनिक फलोत्पादन | Adhunik Faltpadan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
194
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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खस स्थान फी जलवायु की उपयुक्ता भ्रावश्यक है। भूमि की भपेक्षा जलवायु का
फलोत्यादन पर काफो (प्रमाव पड़ता है। फ्लो के लिए विश्चित प्रकार को
जसवाएु प्रावश्यक है। इसी कारण निश्चित जलवायु के फल दूसरे स्थान की जल-
वायु में प्रच्छी तरह नहीं उगाए जाते हैं ॥ नागपुर क्षेत्र में संतरे, बम्बई क्षेत्र में
केसा, उत्तरी पर्वतीय क्षेत्र में सेव भ्रधिक फसल देते हैं. जबकि ये दूसरे क्षेत्र में कम
पजं देते है}
जतवायु--यह जल तथा वायु दो शब्दों से मिलकर बना है। जल का
भर्थे-प्राद्रता, वर्षा से है भोर वायु का हवामों की दिशा, गति, वायुमण्डल की प्रम्य
* दशाभों से है जिसके भन्तगेंठ तापक्रम मो सम्मिलित है। तापक्रम का सामान्य श्रयं
सर्दी एवं गर्मी है! प्तः किसी भी स्थान क्री जल भोर वायु की सामूहिक स्पिति
जसवायु है।
वर्ष के विभिन्न मह्दीनों में किसी स्थान के वायुमण्डल में परिवतंन की
সবংঘা। মাধ, वातावरण में नमी के परिणाम और वर्षा आदि के निश्चित प्रमाव
को जलवायु कहते हैं ।
किप्ती भी स्पान की जलवायु उप्तकी भोगोलिक एवं भक्षांश देशान्तर रेसाभों
में स्थिति, समुद्रतट से दूरी एवं ऊंचाई, परवंतों की स्थिति, मृदा संरचना, उसका
ढाल एवं वनस्पतियाँ, समुद्री हवा एवं धारापों भादि से श्रमावित होती हैं। इन
समौ का एकाकी वया सामूहिक श्रमाव उस स्थान पर प्रकट होता है। इसी के
भ्रनुसार वहां विविष प्रकार कै.फलों को सफ़नतापूरवंक ऽगाया जा सक्ता है।
(1) उष्णा प्रदेशीय फल
(2) छपोष्णा प्रदेय कल
(3) णीत प्रदेशीय फल ।
(1) उच्छं प्रदेशीय फल (व/0ए००। 7४115} --ये प्रदेश भूमध्य रेखा के
निकट प्राय: मैदानो क्षेत्र द्वोते हैं जहाँ गर्मी अधिक पढ़ने के साथ वर्षा भी झ्धिक
होतो है | इस प्रदेश के फल, वृक्षों की पत्तियों बड़ी होती हैं जो सर्दी में पाई जाती
दै पौर वपन्ते मे मई निकलती हैं। गर्मी में ताप 40 से० ग्रँ० भी प्रधिक
पहुँच जाता है। इन फलों को कम तापक्रम वाले प्रदेशों में मह्ठी उगाया था
सकता है ।
मुल्य फल--भाम, कटहल, पपीता, केला, तारियल, शरीफा, जामुन,
,भनन्नास, कोको, कहवा, प्रादि ।
(2) उपोष्ण प्रदेशीय फल ' (58৮11০21081 01016) - ये प्रदेश शीत
प्रदेशीय तथा उप्य प्रदेश की प्रपेक्षा कम ताप वाले हैं जहाँ के पोधे भधिक ताप में
मुरभा जाते हैं परन्तु कुछ इक्ष खजुद झधिक त्ताप तथा कम वर्षा, शुष्क जलवायु
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