स्वप्न शेष | Swapn Shesh
श्रेणी : उपन्यास / Upnyas-Novel
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
249
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)২৭১২৭ १3
-फरट क्लास क्या होता है जी ए
-तुम नहीं समझोगी देवी, यह तुम्हारे वस की वात नहीं । में समझ गया
गोपाल । अब चल । फस्स क्लास का मतलब होता है सबसे ऊंचे दर्जे में पास
होना । फस्स क्लास आने वाला लटका अग्रेजी ऐसी फटाफट बोलता है, कि देख
लो तो दंग रह जाओ | क्यों गोपाल *
गोपाल इस स्तुति से कुछ घबरा-सा गया। बोला-- फटाफट तो नहीं
काकी, लेकिन अंग्रेजी बोल बहुत लेता हूं ।
-आज नहीं तो कल बोलने लगेगा। देख लेना फिर खुद पसन्द
करके व्याह करेगा 1 न फेरे न चंवरी, न जान न मान। बहू फूलों की माला
डाल देगी इसके गले में, और चार आने खर्च करके मेरा गोपाल भी एक फूलों की
माला डाल देगा उसके गले में । और बस, हो गया ब्याह । तुम और हम भी
लक्ष्मी, थोडे जल्दी आ गये दस दुनियामे 1
-वाह, वाह, वाह ! बहुत हो गया । न कोई लज, न शर्म ।
गोपाल को अचानक एक वात याद आ गयी । माधवकाका का, हाथ पकड़
कर कुछ चिन्तित खर मे बोला - काका, आपासा को कल दवा देने पर भी
नींद नहीं आई ।
-अच्छा ?
-मा ने कहा था, आप उठ गये हों, तो बुला ला, ।
-चलो चलें ।
-जरा बच कर जाना, गोपाल वावू । वो इनका शेर-बच्बर यहीं कहीं
खडा होगा 1
चूंकि गोपाल कुत्ते से डर रहा है, यदि इस लिए राधामाघव उसे पहुंचाने
आ रहे हों, तो गोपाल के असिमान को इससे चोट पहुंचती है । इसलिए उसने
हिम्मत वांध कर कहा - भे कोई कुत्ते से डरता हूं | में अकेले ही चला जाऊंगा ।
यह अहंकार अन्त मिथ्या है, इस वात को जानते हुए भी राधामाधव ने
गोपाल का वचाव करते हुए कह्ा'- मुझे भी तो भौजाई से मिलना है। आओ,
गोपाल, चं । भगवती, मे असी आया ।
पारो ने विनीत भावसे धीमेसखरमे कदा -जरा जल्दी ही वापस टीट
आइयेगा, महाराज । पानी बिलकुल ठंडा हो गया है। दुबारा चढ़ा रही हूं।
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