भारत की कहानी | Bharat Ki Kahani
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
95
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भारत को कहानी १३
जंगली पेड़ों के फल, जंगली श्रत्न खाता था। बहुत दिनों
बाद उसने जंगली आग में जले जो जानवर खाए, तो उसने
भूनकर ओर श्रन्त रांधकर खाना शुरू किया। बहुत पीछे
उसने नमक का जायका जना ।
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तब वहू भुष्ड से रहता था, गिरोह बांधकर । उससे
शिकार करने में आसानो होती थी । मिलकर रहना उसको
पहली खोज थी, श्राग दूसरी । धीरे-धीरे वहु पद्यु पालने
ओर ढोर रखने लगा । तब वह इधर से उधर ढोर लिए
फिरा करता । धीरे ही धीरे उसने खेती शुरू की । तब वह
गांव में जमकर रहने लगा। श्रन्न ठोने के लिए उसने बेल-
गाड़ी बनाई । उसने जाना कि गोल पहिया ही चपटी
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