आधुनिक परिवाहन | Aadhunik Parivahan

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Aadhunik Parivahan by सुधाकर पाण्डेय - Sudhakar Pandey

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ६ ) यद्ध के समय तो इनकी महत्ता इतनी अ्रधिक बढ़ जाती है कि यदि सेनिकों के लिए श्रावागमन के साधन सुस्थिर, सहज, सरल तथा अच्छे मिल जायें तो युद्ध में विजय सरलतापूर्वक् प्राप्त की जा सकती है । संकट की घड़ियों में पर्याप्त वस्तु सहायता के रूप में भेजी जा सकती है । युद्ध के लिए आवागमन की महत्ता इसी से स्पष्ट हौ जातो हे कि हारने वाले सेनिक युद्ध-स्थल छोडकर भागते ससय श्रावागमम्‌ के साधन नष्ट करते हुए भागते हैं, ताकि आक्रमक सेना सरलतापुर्वक आगे न बढ़ सके । इस प्रकार सामरिक दृष्टि से भी इनका अत्यन्त महत्व है । विद्व में शांति-स्थापन की आवश्यकता आज जितनी अ्रनुभव की जा रही है; उतनी पहले नहीं । संसार की सबसे बड़ी समस्या शांति-स्थापन में भी इनका योगदान सर्वाधिक हे, क्योंकि यदि मार्ग न रहे, आवागमनके साधन न हों तो किसी भी प्रकार यह सम्भव नहीं हो सकता कि शीघ्र से शी घ्र विश्व के लोगों के मध्य सम्पर्क स्थापन कर शांति के लिए कदम उठाया जाय । क्योंकि श्राज आवागमन की सुविधा के कारण विश्व एक परिवार की ग्रंथि में बंधने जा रहा है । इस प्रकार सेंड्वाम्तिक, व्यापारिक, सामाजिक, वेयक्तिक, सामरिक एवं विश्व-कल्याण ; सभी दृष्टियों से आवागमन की महत्ता अपरिमेय एवं अ्रभूतपूर्व हे क्योंकि इससे समाज का सांस्कृतिक, ग्राथिक एवं सामाजिक मंगल की सृष्टि में अत्यधिक योगदान मिलता हे ।




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