चीन कल और आज | Cheen Kal Or Aaj
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
258
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)चीनमें मारतका प्रथम राजदूत ११
घरितार्थ हो सके हों । श्री चाइम चीजमैनके लिए यह विजयोस्लासका
क्षण या फिर भी उनकी मनोदया दरमेल्लिसकी नदीं वर्कि विनम्रता योर
নিনবন্দী থী | दूसरे दिन में उन्हें व्यक्तिगत रूपप्ते बधाई देनेके लिए
सवाय प्टाला गया | उनक्रे अभिनन्दनमे मने जो चन्द शब्द कहे उससे
मुझे ऐसा छगा कि प्रगाढ़ अनुभूतिसे उनका छृदय विचल्ति हो उठा है |
मदत्वका एक और भी विपय था जिसमें मुझे मामूली हिस्सा बटाना
पड़ा है । साधारण सभाकी वैठक अभी होही रही थी कि अमेरिकी पमे
इस आशयके समाचार छपने शुरू हो गये कि कदमीरपर कवायलिर्योका
आक्रमण दो रदा दै, पाकित्तानकी सक्रिय सहायतासे खया आक्रा-
मर्कौकी एक बडी सेना राजमें शुस गयी है और महाराजकी सरकारका
भीतर दी पतन होनेवाला है। दूसरे ही दिन यह समाचार मिला कि आक्रा-
मक कब्मीरकी घाटीमें घुस गये हैं ओर राजधानी श्रीनगरके निकट बढ़ते
जा रहे ई} भारतीय प्रतिनिधिमण्डल इन समाचार्यसे अवन्त उद्धिमन दो
उयाथा। किन्तुउसी दिन হামক্ষী श्रीमती पण्डितको प्रघानमन्त्रीश्री
मेहरूका एक व्यक्तिगत तार प्राप्त हुआ जिसमें वतावा गया था कि राजक्रे
सबसे बड़े राजनीतिक दल्के समर्थनसे महाराजने भारतसंबर्मं कश्मीरका
विलय कर दिया है | सेनाएँ विमानोंसे श्रीनगर भेज दी गयी हैं और वे
शत्रुका सामना कर रही दै ।
कब्मीरमें हस्तक्षेप ओर कवायल्योंके आतंकसे उसकी रक्षा करनेकी
भारतके निश्चयकी कहानी सभीकों माल्म है। किन्तु भारत सरकारके इस
निश्चयसे उन अनेक सरकारोंको बड़ा आश्चर्य हुआ जो किसी भी कारणसे
यह मान बैठी थीं कि ऋश्मीर पाकिस्तानमें चला जायगा । जब नयी दिल्ली
से जानेवाले संवादोर्भे यह संकेत मिलने रगा कि भारत रुम्मवतः सुरक्षा
परिपद्के सामने पाकिस्तानपर आक्रमण करनेका अभियोग ल्गानेबाला
है तो इससे संयुक्तराष्ट्रसद्धीय क्षेत्रेमि एक दबी हुई सनसनी दौड़ गयी ।
प्रक्षकि इस पहलके सम्बन्धर्म यद्यपि प्रतिनिधिमण्डलको कोई उचना नहीं
मिली थी फिर भी प्रधान मन्न्रीने अपने एक व्यक्तिगत सन्देशमें श्रीमती
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