खिचडी विप्लव देखा हमने | Khichdi Viplav Dekha Humne

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Khichdi Viplav Dekha Humne by नागार्जुन - Nagaarjun

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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देवी प्रतिमा चण्ड मुण्ड को नविय साथ मं हई अवतरित, व दुक है दमा हाथ में लगे बैठने गद्टो पर हिटलर-मुसोलिनी हुई मूछिता भारत माता ग्रामवासिनी ! मत-पनरो को चबा गये देवी के वाहन ऊपर-नीचे शुरू हुआ उनका आराधन गूगापन छा गया देश पर डर के मारे बडे बडो को भी दिखत हैं दिन म तारे एक और गाघी बी हत्या होगी अब क्‍या ? बबरता के भोग चढेगा योगी अब क्या ? पोल खुल गयी शासक दल के महाम ज की | जयप्रकाश पर पडीं लाठियाँ लोक्त-त्र वी ! 1974 15




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