वादली | Vadli

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Vadli by विनीत - Vinit

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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নাহল্গী कोरां-कोरां धोरियां . ভবাঁভুা উহ आव्‌ रमा, घ्ने बादब्दी, ले-ले मुरधर ल्दैर ए हे সীম-হল दाभी धरा केव्प रही दिनरात मेद मिलावण वादव्यी, वरस वरस वरसात च्‌ नहीं नदी-नावछ्य ` अट नहि. सरवर अके श्रासरो वाद मर्‌ सूकौ मत जाय




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