आज़ादी के दीवाने | Azadi Ke Diwane

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Azadi Ke Diwane by इ. व. मिलोवानोव - E. V. Milovanovराजवल्लभ ओझा - Rajvallabh Ojha

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इ. व. मिलोवानोव - E. V. Milovanov

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राजवल्लभ ओझा - Rajvallabh Ojha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शबुओं का सामना करता पड़ा है। परन्तु मृत्यु के बाद भी वे भाईचारे की संयुक्त पांतों में वते रहे है और जो काम उन्होंने शुरू किया था, उसे उनके साथियों ने पूरा किया है। एनंस्ट थेलमान ने कहा, “क्रान्ति का सैनिक होने का अर्थ है ध्येय के प्रति अरदूद निष्ठा कायम रखना, ऐसी निष्ठा, जो जीवन और भौत की कसौटी पर खरी उतर सके... यदि हम अडिग हों और अपनी विजय में यकीन करते हों, तभी हम अपने भविष्य को बदल सकते हैं और जिस ऐतिहासिक ध्येय को पूरा करने का दायित्व हमारे ऊपर है, उसकी पूर्ति में अपने क्रास्तिकारी कत्तंव्य का पालन कर सकते हैँ और इस प्रकार वास्तविक समाजवाद की अन्तिम विजय को भी सुनिश्चित बना सकते हैं।” फ़ासिस्ट जेलो मे ए्नस्ट येलमान को जौ श्रमानुपिक यातनाएं दी गईं, उनके फलस्वरूप उनकी मृत्यु हो गई। परन्तु समाजवादी जर्मनी का उनका सपना जमेन जनवादी जततंत्ञ मे साकार हो गया है। यूनानी कम्युनिस्ट पार्टी की कैन्द्रीय समिति के सदस्य नीकोस बेलोपानिस को मार द्विया गया , परन्तु यूनान की जनवादी शक्तिया नहीं मर पायी। अपने जीवन झौर जल्लादी शासन के लिए वर्बेर भय से प्रांको ने उत्कट कऋ्रान्तिकारी जूलियन भ्रिमाऊ का जीवन ले लिया, परन्तु स्पेन की कम्युनिस्ट पार्टी कायम है और काम किये जा रही है। कम्युनिस्ट और उनके साथ संसार के सभी ईमानदार लोग श्रपने सामान्य शत्रु को पराजित करने के लिए बलिदान हुए आजादी की फ़ौज के सैनिको की समुज्जवल पुण्य स्मृति में श्रद्धा से सिर शुकाते है। उनके वीसतापूर्ण कार्य और संघर्ष विश्व कम्युनिस्ट आन्दोलन की महान विजय में, उनके द्वारा प्रशिक्षित योद्धाओ में, उतके विचारधारात्मक और राजनीतिक श्रनुपायियों की जीवन~सत्रियता मे चिदा हैं। अपने असामयिक देहावसान के ठीक पहले ईरानी जनता के बीर पते ख.सरो रोज़बेह ने कहां था: “यदि सीनेट के सदस्य मेरी मौत की सज्चा को कार्यान्वित करते के लिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल करें, तो भी कोई गम्भीर बाति नहीं होगो 1 खुसरो रौजवेह को मार दिया जायेगा । परन्तु उसके विचारो का ठीक मूल्यांकन किया जायेगा भौर उसके लिए उसका अर्थ हग चिरन्तन जीवन 1“ १६




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