जिनके साथ जिया | Jinke Sath Jiya

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
130
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्रद् के साथ बिताया कुछ समय २१
आकाश मे तारे छिटक रहै थे । उस्र दिन शायद पुणिमा भी धी 1
हाथ का इशारा कर वह मुभे वतला रहे ये, “जव बाढ श्राती है, पानी
मेरे बगले की सतह को छूता है, तब मुझे बहुत श्रच्छा मालूम होता है ।”
कौन जानता था, उस दिन, अन्तिम वार ही, “रूपनारायण' के तट पर
खड़ा हुआ मैं उस महानु कलाकार के व्यक्तित्व का दर्शन कर रहा था ।
[१६३१
User Reviews
No Reviews | Add Yours...