हिंदी भाषा और नागरी लिपि का विकास | Hindi Bhasha Aur Nagari lipi ka Vikas
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
75.77 MB
कुल पष्ठ :
257
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श७
(ग)) अर मास--एव) अलुक् समास--(ड) नित्य समास
-(च् कमघारय समास--(छ) ६ियु समास--(ज)
दन्द्र समास--(क) इतरेतर द्वन्द्--(ख) समाहार द्न्द्--
(ग) वैकल्पिक द्वन्द्--(४) बहुन्नीहिं_समास--(क) व्यधि-
करण बहुब्रीहि--(ख) सम्रनाधिकरण बहुन्नीहि |
११--ग्यारहवाँ मदर दायर लिप की उत्पत्ति
और विकास ९
सिंधघु-बादी सभ्यता की प्राचीन भारतीय
लेपियाँ--ब्राह्मी और खरोष्ठी--वैदिक युग में लेखनकला
के प्रचलन के प्रमाणु--परवर्ती युग में लेखनकला के
प्रचलन के प्रमाण--इस संबंध में विदेशी प्रमाण--
प्राचीन लिपि-वद्ध ग्रन्थ न मिलने के कारण--ब्राह्मी लिपि की
उत्पत्ति---ब्राह्मी लिंपि का किसी विदेशी लिपि से बिक स--(१)
_ ओक-लिपि से ब्राह्मी का उद्मव--(२) सामी लिपि से ब्राह्मी
का उद्मव--(क) दक्षिणी सामी से ब्राह्मी का विकास----
(ख) उत्तरी सामा से ब्राह्मी पिन वेकास--(ग) फोनेशियन
लिपि से ब्राह्मी का लिपि की वैदिक उत्पत्ति
लिपि का विकास--मौय-युगीन ब्राह्मी--गुप्तजाझी
लिपि--न्यूनकोणीप लिपि--प्राचीन शारदा, नागरी श्र
कुट्लि लिपियाँ--शारदा से विकसित काश्मीरी, ट्री
लगण्डा श्रादि लिपियाँ--बंगला लिपि--बंगला से विक- .
संत अन्य लिपियाँ--देवनागरी पल पे--देवनागरी
विकसित लिपियाँ--देवनागरी लिपि -की पिशेषताएँ
दा
देवनागरी की त्रुटियाँ--देवनागरी लिपि में सुधर ।+* 3२५७
परिशिष्ट--सद्दायक
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