तुलसीदास और उनका युग | Tulsidas Aur Unka Yug
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
65 MB
कुल पष्ठ :
513
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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नुल्मीदासजीकी साहिलिकताका बिचार भी अभीतक विस्तृत अनुगन्धानात्मक इृष्टिसे नहीं हुआ
दै | दस प्रबन्ध उसके लिए भी प्रयास किया गया है| ऐतिह्ाय और पुराणका कितना प्राचीन ভা उन्होंने
ग्रहण किया और कितनेकी अपनी बुद्धिसे मबीन व्यवस्था की, इसका भी विवेचन इसमें है। भक्ति-मावनाके
साथ साहित्यिक समृद्विका कैसा योग है, इसका सोपपत्ति ओर सोदाइरण विवेचन भी इस प्रवन्धकी नृतनता
है| इसके लिए प्रभूत. प्रचुर और परिमाणाधिक प्रन्थराशिका किस प्रकार अध्ययन, मनन, आसेन
और सश्जय-संग्रह किया गया है ओर यथोपलूब्ध सामग्रीकी किस प्रकार राशीभृत कर देनेकी चेश की गयी
है, यह द्रष्टव्य है | इससे कविके राजनीतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, साहित्यिक आदि सभी प्रकारके
विचारोंका नतन दृष्टिसे अवलोकन करनेका अवसर प्राप्त होगा--ऐसा विष्वास करके यह प्रबन्ध लिखा
गया है |
चैव पूर्णिमा 2
नरद राजति दीक्षित
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