सितारों से आगे | Sitaron Se Aagai
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
486.74 MB
कुल पष्ठ :
134
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सितारों से आगे
“रीएक्टर रेडी ? ”
“रेडी ।” जुम्मी बोला ।
“इलेक्ट्रोनिक्स रेडी ? ”
नाज़ ने उत्तर दिया, “रेडी ।”
शैतान मोहिनी 'श्रपने-प्नाप ही बोल उठी, “सेंडविच भी
डी डर
उर्फी ने उसे डांट दिया, फिर बोला, “इलेक्ट्रॉनिक्स टु
फ्लाई ।”'
“दिप मास्टर टु फ्लाई।”'
रेडी ? जुम्मी ! स्टार्ट फर्स्ट पम्प ।”
जुम्मी ने हैंडल घुमाके पहला पम्प खोला । श्राग की लपटों
श्रौर भाप के तूफान में राकेट जहाज़ जीने से श्रलग होकर
श्राकाश की श्रोर उड़ने लगा ।
सैकंड पंप स्टाटं ।
थर्ड पंप स्टार्ट ! !
फो्े पंप स्टार्ट 1 ! ! .
चौथें पंप के खोलने तक राकेट जहाज पृथ्वी की श्राकषंण
शक्ति से श्राजाद हो चुका था श्रौर ऊपर के खुले स्थान में उड़
रहा था । यहां से पृथ्वी एक छोटी-सी गेंद थी । श्राकाश का रंग
काला था श्रौर दूर-दूर तक वातावरण में सितारे जलते हुए.
हंडोलों की तरह भूल रहे थे श्रौर बच्चों का जहाज चांद की
श्रोर उड़ा जा रहा था ।
बच्चों का जहाज़ तीस हज़ार मील प्रति घण्टे की तेज़ी से
उड़ा जा रहा था । यहां पर पृथ्वी की श्राकर्षण शक्ति न थी,
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