स्वतंत्र दिल्ली | Swatantra Dilli
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
38 MB
कुल पष्ठ :
326
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about सैयद अतहर अब्बास रिज़वी - Saiyad Athar Abbas Rizvi
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आभार-प्रदशन
उत्तर प्रदेश के स्वतन्त्रता-संग्राम की योजना का कायं भार मुक्ते १ जनवरी
१९५७ को सौपा गया। तब से अब तक के चार मास कं अल्पकाल में १८५७ ई०
की क्रान्ति से सम्बन्धित आधारभत सामग्री कं ग्रन्थ के संकलन, जिसको अगस्त ম
प्रकाशित किया जायगा, के साथ-साथ इस पुस्तक का प्रकाह्न निःस्सन्दह मुख्य मंत्री
डा० मम्पूर्णानन्द तथा सूचना एवं शिक्षा मंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रोत्साहन
तथा आशीर्वाद के फलस्वरूप संभव हो सका। इन दोनों महानुभावों के प्रति जितनी
भी कृतज्ञता प्रकट करू कम टै, पुस्तक के लिए नेशनल आरकाष्व्ज देहली के बहु -
मूल्य पत्रो कः फोटोस्टेट (फोटो प्रतिलिपि्यां ) प्राप्त करने की समस्या का समाधान
उत्तर प्रदेशीय सरकार के मुख्य सचिव श्री आदित्यनाथ झा, आई० सी ० एस० के प्रयत्नों
से हुआ। उन्होंने जिस उत्साह तथा परिश्रम से मेरी यह कठिनाई को दर तथा
मेरा परथप्रदर्शन किया, उसको आभागर्युकत दाह्दां में व्यक्त करने में असमथे हूँ।
इस काटिन्य-निवारण में उत्तर अदेशीय सरकार के शिक्षा सचिव श्री विनोद चन्द्र
शर्मा का भी विशेष हाथ रहा है। इतिहास के प्रति उनकी रुचि का अनुभव करते हुए
मैने उनसे अनेकों बहुमूल्य सुझाव प्राप्त किये । पुस्तक के लिए भूमिका लिख कर
उन्होंने मुझ और भी कृतार्थ किया है। सागर विश्वविद्यालय के भतपूर्व उपकुलपति
तथा उत्तर प्रदेशीय सरकार की हिन्दी समिति के अध्यक्ष डा० रामप्रसाद त्रिपाठी
ने इस पुस्तक के' कुछ अंशों का पहकर अपने विद्वत्तापूर्ण सुझाव प्रदान किये और
मुझे आभार प्रदर्शित करने का अवसर दिया। रामपुर के जिलाधीदा श्री
शिवरामसिह आई० ए० एस० ने इस पुस्तक के मख्य नायक बहादुरशाह का युवावस्था
का चित्र रज़ा लाईब्रेरी रामपुर से भिनवाया। इसके लिए में उनका अत्यन्त कृतज्ञ हूं ।
अल्प समय में पुस्तक के प्रकाशन की व्यवस्था कराने का श्रेय सूचना संचालक श्री
भगवतीशरण सिंह को है। उनके लाभदायक सुझाव भी इस पुस्तक में समाविष्ट
किये गये हैं। पंडित छीलाधर शर्मा पर्वतीय', सहायक संचालक सूचना विभाग ने बड़ी
संलग्नता से पुस्तक के प्रकाशन की व्यवस्था करायी । , सूचना विभाग के यह दोनों ही
अधिकारी मेरे धन्यवाद के पात्र हैं।
अलीगढ़ विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन श्री सैयद बश्ीरहीन, ऊखनऊ,
विश्वविद्यालय लाइब्रेरी के अमिस््टेन्ट लाइब्रेरियन, अमीसहौला पब्लिक लाइश्रेरी
ॐ
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