अपराधशास्त्र | Criminology

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Criminology by राम आहूजा - Ram Ahuja

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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+ अपराबगास्त्र टम प्रकार करिटिकल अपराधयास्त्र क विचार विद्यमान अपराधयास्थ्र के विचारों म भिन्न ट 1 इसके अनुस्थापन (010॥1॥101) में समाज का बह परिप्रेश्य (70157০০11৬০) मिलता है जिसमें सत्ताधारी व्यक्ति कानून की ताकत द्वारा निर्धनों व अल्पसंख्यक समृहों के सदस्यों को नियन्तित करते हैं । थे (गत्ाधारी व्यक्ति) कानूनी उपकरण (1० पतप) को मुस्यतः निम्न उद्देदयों की प्राप्ति के लिए ही प्रथोग करते है : (1) व्यवहार सम्बन्धी अपनी नेतिकता और प्रतिमानों (५४1091705) को पूरे समाज पर थोपने हैं; (1) अपने को और अपनी सम्पत्ति को निर्धनों की लूट ((९०८०्ञां०15) से सुरक्षित करते हैं, चाहे इसका मृल्य उन व्यक्तियों के, जिन्हें से लपन नि वटका (01001) समलसे हैं, कानूनी अधिकारों से कितना ही ऊंचा क्यों ने हो; (11) अवैध व अपराधी व्यवहार की परिभाषा की दस प्रकार संकलित (८0॥1050) करते है जिससे वे परिभाषा यथास्थिति (४७1४५ (४७०) को समाप्त करने की आशंका पंदा करने बाल व्यक्तियों को भी सम्मिलित कर হান; | শন बर्ग और निग्न बर्ग के सदस्यों को प्रभुत्व (व0ागशाणा) के दस प्रतिमान (एशाला॥) में दस प्रकार बकैला जाता है क्योंकि (क) उन्हें यह विश्वास दिलवाया जाता है कि यथास्थिति रखापित करने में ही उन्हें लाभ है, (तर) उन्हें सामाजिक नियन्त्रण की एजेंसियों का अंग बनाया जाता है, (ग) जीवन-पुरस्कार (০0607 1700/2145) देकर उन्हें चुप रखा जाता है । जहाँ तक नित्नतों का प्रद्त है, वे कानून का उल्लंबन करें या न करें परन्तु अपराधियों को पकड़ने की प्रक्रिया में उन्हें सबसे अधिक पकड़ा जायेगा वे उनके साथ क्ररता ब निष्दुरता से भी बर्ताव किया जायेगा जिससे सामान्य प्रत्तिरोधन (৫010৭ ला) का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके | उन्हें अपराध करने वी और इस कारण घक्रैला जाता है (चाहने वे वास्तव में अपराध करें या न करें) क्योंकि (1) ভন पर (सत्ताबारी ब्यक्तियों द्वारा) लागू किये गये नियमों का तथा उनकी अपनी उपसंगस्क्रति প্র সনিনানা (1০011121150 905०1४0०1॥5) का आपस में कोर्ट सम्बन्ध नहीं होता, (1) उनके लिए उस समाज के भौतिक नराइय (खाशालातिं 105021019) समदय (पा/८या 4010) होते हैं जहाँ घन-दीलत व सम्पन्नता (कीए७1०८) के फल का प्रचार तो सभी के लिए किया जाता है परन्तु उपलब्ध बहुत कम के लिए होता (1) निम्न वर्गों में उस सामाजिक व्यवस्था ($06व4था 01৫01) বলি गगा विराध पत्न किया जाता है जिममें उन्हें भाग लेने के लिए अनुमति नहीं दी जाती तथा जिसके निर्माण में उनका कोई हाथ नहीं होता । क्रिटिकल अपराधणास्त्र का यह परिग्रेद्य समाज के सडिकल परिध्रेदय से तथा व्रामक्षी राजनीतिक व्रिचारव्रारा (५8 [01८ तल्नानट/) स मिलता है। अपराबबास्त्र में बह अपराध और अपराधियों से सम्बन्धित नई विचारधारा নিন্দা नंग्र उपलब्ध तथ्यों पर नहीं किलतु केबल तर्क (0810) पर ही आधारित है । जॉन गलीद्ररा (101 61167) का क कि अमरीका में क्रिटिकल अपराब- 13017 02111001210 96081170695 0117111010/), 7116 19915611455 [11170 1977, 43.




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