ठोस ज्यामिति | Thos Jyamiti
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
190
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)साध्य २] . ११
ता यह सिद्ध करना है कि रेखाये क घ, मं क, मं ख, म ग'''
सब समतलस्थ हैं ।
बिन्दु म, ग ७ म क ख के समतल मे हैं। अस्त, रेखा मग
७ म क ख के समतल मे हैं। ' ५
श्र्थात् ; रेखाये क घ, म क, म ख समतलस्य ई ।
इसी प्रकार हम रेखाश्रो भ धके बारेमे भी सिद्ध कर सकते ह|
(ख ) मान ले कि रेखा प फ, समानान्तर रेखाओं क ख, गे
घ, चछ' ' 'को क, ग, च' * 'पर काठती है|
ते यह सिद्ध करना है कि रेखाये प फू, क ख, गघ, च छ *'
सब समतलस्थ हैं।
बिन्दु क, ग समानान्तर रेखाओं क ख, ग घ के समतल में हैं ।
अस्त, पूरी रेखा प क ग च फ रेखाओं क ख, ग घ के समतल
में हैं |
अर्थात्, छेदक रेखाये ग घ, प फ़ रेखाओ क ख, ग घ के सम-
तल मे हैं |
फिर, बिन्दु ग, च समानान्तर रेखाश्रों ग घ, च छु के समतल
मेदहै।
अस्त, पूरी रेखा प क ग च फ रेखाओं ग घ, चर छ के समतल
मे हैं।
अर्थात्, छेदक रेखाये गघ, प् फ रेखाओं गघ, चछ के
समतल्ष में भी हैं।
परन्तु, छेदक रेखाओं गघ, पफ में से एक ही समतल जा
सकता है।
( साध्य १ उप-साध्य १)
रसतु, रेलाये क रू, ग ध, च छ एक ही समतल मे ई ।
इसी प्रकार और रेखाओं को भी सिद्ध कर सकते हैं |
User Reviews
No Reviews | Add Yours...