बिखरे तिनके | Bikhre Tinke

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Bikhre Tinke by Amritlal Nagar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हा गोपस मैं खासुलयास चमर्चो के एवं सोद दा पुकदा। सादर के नाम पहं तो लागावें विद प्रमाण दिए जाचुबे हैं जा १ इनदे के आदेश दिए जाएं की प्लेटोस्टेट प्ररि साथ चार ब्यवितिया पर आरोप लगाए गए थे पालियां मदन छुन दा दर नौवत राय फूड गुरुदचन और नाइट सापल बलव दालन ना शौर्क होता हू विसीयों दिगर्ट जमा व वा गुरसरन याद बी हीवों दूसरे दी. बमजशोरियां के प्रमाण एव करते ही रहीं है । उसी शौक वी काल वी यह भा तम फाइल लेबर ढाई वे यह के पी ०० स्द्रप्रबाश दे पाम गए. चद्रप्रवाश औौर डा गोपल और सम्व थी अदश्य हैं पर वे-दारहवें युरसरत बाबू ने मिठास पोते कर एद०ओ० और पी०ए० बढ दाहर्द + रखल सुन दा वो नमी सपा मे बहायो ही है दि उसें दादू गुरमरन बाबू वो शुद्द मार्ग गए । महोतय सदा तीन बजे लच से लोटे । तुब हफते में देने के आदिश बड़े साहव करा ताए। ्यलत चलाते द्ादू भी वे साहू निवेदन बारने गए । बे साहब ने व हा। गुरमरन ये दूय है. वि आपनों एवमसर्टेशन ने सिल सवा । मेरे पार उपर मगर चूति डा? सपने वा नोट आपके बहुत खिलाफ था कोई बाते नहीं हुयूर+ आपके दिलम मेरे पाल है पी गम पौन चार वर्ण अपने विभाग में हुवे । स्वास्थ्य विभाग दर असल रोज इमी समय सुलजार होता है कोता ने उाय। सपाई आदिवे सीन बजे के बाद ही यहां अपनी ररिपोट देन जाते हू। केसरगज दवा दे फूड डुस्पेकटर मानस महादधि दडित रामखलावन हमर गुरसरन जादू से लगभग पाच-दस सेवेण्ड पहने वमर मे आएंयें । कप विक्रय बलक एस०डी० शर्मा वी मेड के सामने पड़ी दुर्मी खान कर बठही रहे ये वि गुरसरन वाद नप्रवेश किया । उ हैं. देखते ही मिश्र थी बोडे. करे गुरसरन वाई दडी उमर हो आापयी। हूं अभी रास्त में भाप दी 11




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