सम्पूर्ण गांधी वांड्मय [खंड 33] | Sampurna Gandhi Vaangmaya [khand 33]
श्रेणी : इतिहास / History, पत्रिका / Magazine
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
588
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पाठकोको . सूचना
हिन्दीकी जो सामग्री हमें ग्रांधीजीके स्वाक्षरोंमें मिछ्ी है उसे अविकल रूपमभ
दिया पया ई! कन्तु दूसरों दारा सम्पादित उनके भाषण अथवा रेख आदिमे
हिज्जोंकी स्पष्ट भूलोंको सुधार दिया गया है।
अंग्रेजी और गुजरातीसे अनुवाद करनेमें अनुवादकों भूलके समीप रखनेका पुरा
प्रयल्ल किया गया है, किन्तु साथ ही' भाषाकों सुपाठ्य बनानेका-भी पूरा ध्यान रखा
गया है। छापेकी स्पष्ट भूलें सुधारतेके बाद अनुवाद किया गया है और भूरमे प्रयुक्त
शब्दोंके संक्षिप्त रूप यथासम्भव पूरे करके दिये गये हेँ। नामोंको सामान्य उच्चारणके
अनुसार ही लिखनेकी तीतिका पालन किया गया है। जिन नामोके उच्चारणमें संशय
था उनको वैसा ही छिखा गया है जैसा गांधीजीने अपने गुजराती लेखोमें लिखा है।
मूर सामग्रीके बीच चौकोर कोष्ठकोंमें दी गई सामग्री सम्पादकीय है। गांधीजीने
किसी लेख, भाषण आदिका जो अंश मूल रुपसें उद्धत किया है, वह हाशिया छोड़कर
गहरी स्पाहीमें छापा गया है, लेकिन यदि ऐसा कोई अंश' उन्होने अनूदित करके
दिया है तो उसका हिन्दी अनुवाद हाशिया छोड़कर साधारण टाइपमें छापा गया है।
भाषणोंकी परोक्ष रिपोर्ट तथा थे शब्द जो गांधीजीके कहे हुए नहीं हे, बिना हाशिया
छोडे गहरी स्याहीमें छपे रये हं । भाषणों शतैर पेंठकी रिपोर्टोके उन अक्षोंमें जो
गाधीजीके नहीं हे, कुछ परिवर्तेत किया गया है और कही-कहीं कुछ छोड़ भी
दिया गया है।
दीषेककी लेखन-तिथि जहाँ उपलब्ध है, वहाँ दायें कोनेमे ऊपर दे दी गई है;
परन्तु जहाँ वहु उपलब्ध नहीं हैं वहाँ उसकी पूर्ति अनुमानसे चौकोर कोष्ठकोंमें की
गई है और आवश्यक होनेपर उसका कारण स्पष्ट कर दिया गया है। जिन पत्नोंमें
केवल मास या वर्षका उल्लेख है उन्हें आवश्यकतानुसार मास या वर्षके अन्तमें रखा
गया है। श्रीर्षकके अन्तमें साधन-सृत्रके साथ दी गई तिथि प्रकाशनकी है। भांधीजीकी
सम्पादकीय टिप्पणियाँ और केख, जहाँ उनकी लेखन-तिथि उपलब्ध है अथवा जहाँ
किसी दृढ़ आधार॒पर उसका अनुमान किया जा सका है, वहाँ लेखन-तिथिके अनुसार
और जहाँ ऐसा सम्भव नही हुआ है वहाँ उनकी प्रकाशन-तिथिके अनुसार दिये
साधन-सुत्रोंमे '(एस० एन०* संकेत साबरमती संग्रहालय, अहमदाबादमें उपलब्ध
साम्रग्रीका, 'जी० एन० ” गांधी स्मारक निधि और संग्रहालय, नई दिल््लीमें उपलब्ध
कागज-पन्नोंका और 'सी० डब्त्यू०” सम्पूर्ण गांधी वाइमय (कलेक्टेड वक््से ऑफ
महात्मा गांवी) द्वारा संग्रहीत पत्रोंका सूचक है।
सामग्रीकी पृष्ठभूमिका परिचय देनेके छिए भूलसे सम्बद्ध कुछ परिशिष्ट दिये
गये हूँ। अत्तमें साधत-सूत्रोंकी सूची और इस खण्डसे सस्वन्धित कारूका तारीखवार
जीवन-वृत्तान्त दिया गया है।
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