साहित्य क्या है | Sahitya Kya Hai
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
208
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( १५ )
चघारण कर लेता है ।
महाकबि मिल्टन--/1?0०८४४ए 5710प10 96 8100 016 521591९0 5
৪00. 15019351925”. श्रर्थात् कविता को सुगम-सुवोध, प्रत्यक्षमुलक
एवं रागात्मक होना चाहिये |
सेमुअल जानसन--?060ए 15 116 2 0 प्रणा।गष्ठ
71628प/८ 0) পেট 2 6211108 10020102000 09 116
0610 0£1:585912মাঁলু काव्य आनन्द श्रौर सत्य को मिलाने या जोड़ने
की कला है जिसमें बुद्धि की सहायता के लिये कल्पना का आश्रय लेना
आवश्यक है।
पी० बी० शेल्ली --“{20 लपन 101 2 26073] 8९०४८ 1702. 196
৭5060 ६0० € 0175 62025951000. र प€ 17212108.
2০০ 15 6০1 20091020160 আট [1८05 प €. अर्थात्
कल्पना की अभिव्यक्ति ही काव्य है जिसका सुख से अ्रविच्छन्न रूप से
सम्बन्ध है|
?. 8. 570०11ए ने एक और स्थान पर लिखा है कि दवद 15 006.
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` 0200165 204 96५: एग्रत57, अर्थात् कविता सर्वमुखी और सर्वोत्तम
हृदयों के सर्वोत्तम और सर्व सुख-पुर्णा क्षणों का ल्ेखा-जोखा है ।
ले हन्ट (1,68४ सिप्ता)--9०८७ए 18 1९ प४८४४६०८९ 01
৪ 72551070100) 0০21৮ *200 0০062 ০10090 ৫৮100
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০ ৪210 10 00100, ।
भ्र्थात् जिसमें सौन्दये, सत्य श्रौर शक्तिके लिये तृष्णा काकथन हो,
जिसमे कल्पनामय चित्रण और भाषा में एकतश्मे विविधता के सामंजस्यकी
विशेषता का समावेश हो । द
यह परिभाषा जटिल श्रौर कुछ बड़ी है, साथ ही भाषा के सम्बन्ध में भी
उक्ति अस्पष्ट और उलभी हुई है ।
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