अशोक हिंदी प्रथमा गाइड | Ashok Hindi Prathma Guide

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : अशोक हिंदी प्रथमा गाइड  - Ashok Hindi Prathma Guide

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about नरेन्द्र - Narendra

Add Infomation AboutNarendra

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
प्रथम पत्र---काव्य-संग्रह (प्रथम भाग) ७ (२) प्रियतम को अपनी प्रेयस्ी तक पहुंचने के लिए किसी पथप्रदर्शक गुरु की ग्रावश्यकता होती हैं। विना पथप्रदर्शक के प्रेमी प्रियतमा तक नहीं पहुंच सकता है । राजा रत्नसेन का पथग्रदर्शक हीरामणि तोता दहै जो उसे श्रनेक कठिन मार्गो से निकालकर पदिमनी तक पहुंचाता है । (३) सूफी काव्य के भीतर प्रेम की पीर और विरह का बाहरी स्वरूप लौकिक होने पर मी वस्तुतः श्राध्यात्मिक है। इन काव्यों में हिन्दू घरों में जो प्रचलित कहानियां हैं उतको आवश्यक हेर-फेर के साथ प्रस्तुत किया गया ই) ४) प्रेममार्गी सफी काव्य की भाषा श्रवघी है श्र छन्‍्द के लिए दोहे ৪ का प्रयोग किया गया है । कथाएँ सरल और सरस ढंग से लिखी गई हैं। े (५) शैली मसनवी है, परन्तु उपमाएँ अधिकतर भारतीय हैं। (६) प्राकृतिक व्यापारों और उससे अनुभूत मनोद्शात्रों की श्रभिव्यक्ति वागू-विदंग्ध शैली में की गई है । ॥ (७) यद्यपि याध्यात्मिक त्रियेत्तम श्रज्ञात है, पर वह सुन्दर है। उसकी महत्ता, भव्यता, सुन्दरता प्रकृति के व्यापारों में प्रतिविम्बित होती है! पेड, पौदे, नदी, नेद, पवत, चांद, तारे, सूयं श्रादि में उसी का स्वरूप भलकता है । (८) सूफी काव्यं मे रहस्यात्मक विचारधारा में विरह की उमिल तरंग दृष्टिगोचर होती है । সহল ४--तुलसीदास के रासमचरितसानस के संदेश से श्राप क्या समभते हैं? वर्णन कीजिए । ९ अथवा “तुलसी में कल्याण क्वी भावना मिलती है ।” उदाहरण देकर इस विषय 1 पुर्णत: स्पष्ट कीजिए । (प्रथमा, सं° २०१७) उत्तर--मुसलमानों से श्रातंकित हिन्दू जनता को तुलसीदास जी का राम चरितमानस' साहस, आस्था, विश्वास, आशावाद और -ईर्यर-भवित का संदेश देता है । एकाकी राम वन में रहते हए रावण कौ दुर्दम्य शिति को नष्ट करके घमं की जय की घोषणा करते हैं । भयंकर परिस्थितियों में भी वह साहस के अंचल को हाथ से नहीं, छोड़ते हैं। आशा की किरण निराला के अंधकार को उलके हुंदय में रहने नहीं देती ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now