अमरीका दिग्दर्शन | Amariikaa Digdarshan

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Amariikaa Digdarshan by स्वामी सत्यदेव जी परिव्राजक - Swami Satyadev Jee Parivrajak

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शिकाभो में मेरी प्रथम হাজি ७ कपडे श्रवश्य धोने सादियं 1 कमरेके श्चष्दूर गर्म श्रौर শত पानीकेदो नलये। वषं मेने सव कपड़े धोये | ईस काममें रांतके १० बज़ गये। फिर हआमत बनाई । सब इस बातकी चिन्ता दूर हुई कि बाज़ारमे मेले कपड़ोसे कैसे ज्ञाना होगा ? अब्तको थका द्वारा भूखादी लेट रहा | छुन्दर छुथरे विद्धौने पर लेटते द्वी निद्रा देवीने मुझे अपना लिया।




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