हिन्दी शब्दसागर भाग -2 | Hindi Shabdasagar Bhag-2

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Hindi Shabdasagar Bhag-2 by Shyamsundar das

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्यामसुंदर दास - Shyam Sundar Das

Add Infomation AboutShyam Sundar Das

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
्‌ हिम्मत० हिम्मतवहांदुर दिरुदावली, लाला भगवान दुमायू हमायूं नामा, भनु० ब्जरत्नदास, ना ० प्र० : दीन, ना० प्र० सभा, काशी, द्वि० सं० सभा, वाराणसी, द्वि० सं० दिल्‍्लोल हिह्घोल, शिवमंगल सिंह सुमन”, सरस्वती हृदय० _ हृदयतर्रण, सत्यनारायण कबिरत्न प्रेस, बनारस, द्वि० सं० [व्याकरण, व्युत्पत्ति श्रादि के सकेताक्षरो का विवरण] ही अंग्रेजी तु० तुर्की झा झर्वीं द् दूहा या दूहला अक० सूप अ्रक्मंक रूप हे देखिए ध्रनु० धनुकरण शब्द देश० देशज भनुघ्व पनुध्व न्याट्मक देशी देशी भ्रनु० सु० भनुकरणा ये सूलक घमें ० घर शास्त्र झनुर ० भ्नुरणनात्मक रूप नाम० नामधातु झप० पज्रश ना० घा० नामधघातुज क्रिया झे मा ० भद्ध मागघी नामिक घातु नामिक घातु 1 भटपा७ अलपायत ने० नेपाली कर का श्याय* न्याय या तकशास्तर कि सदाइरसा प० पंजाबी उच्चा० उच्चारण सुविघाध परि० परिशिष्ट चढ़ि० च्ड़्या पो० पाली उप० उपस्ग पु० पुलिंग पुर्वे० पुतंगाली उभ० उमयतिंग पु० हिं० पुरावी दविदी एव ० एकवचन पु० हवि४ पूर्वी हिंदी कहावत कहावत पु० पृष्ठ काब्यशास्त्र काव्यशास्त्र प्रह्य ० प्रत्यप च्िगु, (बन) अन्य कोश प्र० प्रकाशकीय या प्रस्तावना कफ कोकरी प्रा० प्राकृत गम क्या प्रे० प्र रण[यंव रूप अर क्रिया भरकम क फ० फरासीसी भाषा ही कि फकीर० फकीरों की वॉली जल क्रिया विशेष जर ता कि बंग० बेंगला भाषा क्रि० स० फ्रिया सकमंक बरमी० वरमी भाषा क्य्‌० कव्चित्‌ बहुव० वहुवचन भीत लोकगीत ० ख० वुदेल ख०्ड की बोलो भ्रुज० गुजराती ० बोलचाल सखी ० चीनी भाषा भाव ० भाववाचक सदा छेक छ्द भू भूमिका नापा० जापानी भू ० कु» भूच कृदत जब ० जावा द्वीप की भाषा मरा ० मराठी जी , जीवन» जीवनचरितु मल० मसयासी या मलयालम भाषा ज्या० ज्यामिति मला ० मलायम भाषा 2 क्योतिप मि० मिलाइए ' डि० डिंपल मुसख० मूसनमानों द्वारा प्रयुक्त ध तमिल मुद्दा ० मुह्ावरा तर ० तक शास्त्र यू० यूनानी




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now