साहित्य - संग्रह भाग - १ | Sahitya Sangrah Part-i
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
202
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)২.4
३--धघवब ने मानभक्ठ का उपाय क्या किया
४--ध्रव शब्द के क्या-क्या अर्थ है, वे अर्थ छुच के जीवन-
कार्यों में कैसे घटते है ?
५--निम्न-लिखित शब्दों और पदों के अर्थ लिखो और
उनका वाक्यां में प्रयोग करो--मानभक्छ, मनोरथ,
कल्याण और अमर ।
द क्या निम्न-लिखित शब्द्ससूहों को हम वाक्य कद
सकते हैं ! /
मनोरथ, राजकुमार, सुख-दुःख ओर महाघुरुष।
७--निम्न-लिखित वाक्यों में उद्देश्य ओर विधेय
वताश्चो-
(१) खरखुचि राजा को बहुत प्यारी थी)
(२) धच का शारीरिक बल भी बराबर
बढ़ता गया ।
9
५-महानदी
शीतल स्वच्छ नीर ले सुन्दर
बता, कहाँ से आती है!
इस जल्दी में মহানবী তত
कहाँ घूमने जाती है १॥ १॥
कण-भिय कलकल सुखदायी
गीत मनोहर गात्रै है।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...