हल्का फुल्का - विज्ञान क्लास 3 | SMALL SCIENCE - CLASS 3

SMALL SCIENCE - CLASS 3  by जयश्री रामदास - JAISHRI RAMDASपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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/ (&0:---5 के बोलो और लिखो १. क्या तुम्हें किसी पेड़-पौधे या प्राणी पर कोई कविता आती है? हमें भी सुनाओ | २. पाठशाला के मैदान में मिलने वाले पेड़-पौधों के बारे में पाँच वाक्य लिखो । ३. पाठशाला के मैदान में मिलने वाले प्राणियों के बारे में पाँच वाक्य लिखो । न (४8४2 आओ, शब्दों से खेलें १. इन शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो । घास, पेड़, फल, इलली, बुलबुल, मक्खी 24 उड़ना, बिल बनाना, बढ़ना २. अब कुछ और वाक्य बनाओ। हर वाक्य में ऊपर दिये गये दो या दो से अधिक शब्दों का प्रयोग करो | कोई प्रश्न पूछो १. अभी तक देखे हुए पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं के बारे में प्रश्न पूछो । सोचो, इन प्रश्नों के उत्तर तुम कैसे पाओगे? क्या तुम जानते हो? ० धरती पर इतने तरह के जीव-जंतु हैं कि हम उन्हें अभी तक पूरी तरह गिन नहीं पाये हैं। हाँ, हमें इतना जखर पता है कि कीट-पतंगों की संख्या अभी तक गिने गये जीवों में सबसे ज्यादा है। ० कुछ जीव- जन्तु इतने छोटे होते हैं कि हम उन्हें अपनी आँखों से ढेख नहीं सकते । ये अनगिनत संख्या में हमारे आस-पास, हवा में, पानी में, मिट्टी में मौजूद हैं। यहाँ तक कि कुछ जीव-जन्तु खुद हमारे शरीर के अंदर भी हैं। ० यूक्ष्मदर्शी से देखने पर हमें चीजें बड़ी दिखायी ढेती हैं। यदि तुम तालाब के एक बूँढ पानी को यूक्मदर्शी से ढेखो तो हो सकता है कि तुम्हें यह छोटा-सा प्राणी दिखायी ढे (अमीबा) या यह छोटी-सी वनस्पति (नॉस्टाक) |




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