झींगुर गा ना पाए | Jhingur Gaa Naa Paye
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
22
श्रेणी :
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फरीदा खल्अतबरी - Farida Khalatbari
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)झींगुर पत्तों के नीचे से बाहर आया। उसने अपना
बाजा ढूँढ निकाला | दहाड़ने की आवाज़ अभी भी आ
रही थी। अनजाने में उसकी उँगलियाँ बाजे के तारों
से छू गईं और मीठे-मीठे सुर निकले |
“कितने मीठे सुर हैं! क्यों न गाना हो जाए।
झींगुर ने उधर देखा जिधर से आवाज़ आई थी। एक
सुन्दर-सी झींगुरी पास खड़ी उसे देख रही थी |
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