हमें ऊर्जा के बारे में कैसे पता चला ? | HOW DID WE KNOW ABOUT ENERGY?

HOW DID WE KNOW ABOUT ENERGY? by आइज़क एसिमोव -Isaac Asimovपुस्तक समूह - Pustak Samuh

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

आइज़क एसिमोव -Isaac Asimov

No Information available about आइज़क एसिमोव -Isaac Asimov

Add Infomation AboutIsaac Asimov

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
टुकड़ों को अणु बुलाया। अणु इतने छोटे थे कि उन्हें आंखों से देख पाना असम्भव था। परन्तु अणुओं की अवधारणा वैज्ञानिकों को इतनी उपयोगी प्रतीत हुई कि धीरे-धीरे बहुत से वैज्ञानिक अणुओं की वास्तविकता में विश्वास करने लगे। वैज्ञानिकों ने अणुओं को खोजने के लिए बहुत सोच-समझ कर कई प्रयोग रचे। और समय बीतने के साथ-साथ उन्होंने सूक्ष्म अणुओं के बारे में बहुत कुछ जाना। ऊष्मा इन अणुओं की गतिशीलता के कारण उत्पन्न होती है इस अवधारणा को मानने में ही अब समझदारी थी। किसी भी पदार्थ के अणु जितना अधिक तेजी से किसी भी दिशा में गतिशील होते वो पदार्थ उतना ही अधिक गर्म होता। कोई पदार्थ कितना गर्म है इसे आप थर्मामीटर (तापमापी) से उसका तापमान माप कर मालूम कर सकते हैं। 1800 तक उच्च गुणवत्ता के तापमापियों की खोज हो चुकी थी। इससे ऊर्जा का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों को बहुत फायदा हुआ। गराकश्षाणाशंश थर्मामीटर 60905 अब जब ऊष्मा को गतिज-ऊर्जा का एक प्रकार समझा जाने लगा तो फिर वैज्ञानिक यांत्रिक-ऊर्जा के संरक्षण के नियमों को अब नए नजरिए से देख सकते थे। परन्तु इससे काम नहीं बना क्योंकि कुछ यांत्रिक-ऊर्जा लगातार ऊष्पा 16




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now