जिसने उम्मीद के बीज बोये | THE MAN WHO PLANTED TREES

THE MAN WHO PLANTED TREES by अरविन्द गुप्ता - ARVIND GUPTAजीन गिओनो - JEAN GIONOपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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7 1४ शक | कपइअ जी पु जा वाणा कक... मध्य | बना 1 | ५ ॥ कै हा 1९ हर है 11 दिया। लेकिन उसने अपने इस सुझाव पर बहुत ज़ोर नहीं दिया। बाद में उसने मुझ से कहा, ' मेरे आग्रह न करने के पीछे एक अच्छा कारण है। वह गडेरिया पेड़ों के बारे में मुझसे कहीं अधिक जानता है।' कोई घंटा भर चलने के बाद मेरे अफसर दोस्त ने मुझ से फिर कहा, “वह आदमी शायद पेड़ों के विषय में दुनिया में सबसे अधिक जानता है । सबसे बड़ी बात तो यह है कि उसने खुश रहने का एक अद्भुत तरीका खोज लिया है।' उस अफसर की बदौलत ही जंगल सुरक्षित रह पाया और साथ में गडेरिए को खुशी भी। उस अफसर ने जंगल की सुरक्षा के लिए तीन रेंजर नियुक्त किए। उन पर कड़ा अंकुश रखा गया जिससे यह कोयला बनाने वालों द्वारा दी गई शराब की बोतलों जैसी रिश्वत से मुक्त रहें। 1934 में अवश्य इस सुरक्षा के काम में कुछ बाधा आई। रेल की लाइन बिछाने के लिए लकड़ी के स्‍लीपरों की बड़ी मात्रा में ज़रूरत पड़ी। उसके कारण पेड़ों की अंधाधुंध कटाई शुरू हुई। परंतु यह इलाका रेल स्टेशन या पक्की सड़क की पहुंच से इतना दूर था कि लट्टों को लाद कर ले जाने




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