कजरी गाय झूले पर | KAJARI GAI JHOOLE PE

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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। ह | द्ः आए जी | श्ः ही ' न रा ४ ४ ५ हे का हे कम ऐ 5 हे । ' हर 2 | कप |! हक हक सम ले ह् रु द् अब तुम्हारी बारी है, कौए भाई ! कजरी गाय चिल्लाई। “कांव |” कौए ने उत्तर दिया। “मेरी बारी कसर _लने की ? मेरी बला 2 ! तुमने मुझ से बहुत कुछ उल्टी-तीधी चीजें करवाई हैं। परंतु हक ना न नना। न बाबा, न ' सवाल ही नहीं उठता। कौए झूला नहीं झूलते। बच्चे झूलते हैं। “और गायें भी, सा नें >> आगे-पीछे ते जोड़ा। व्की) तभी कौए वी चर करते इंज। जिओ / सुनाई 5 आह. की आवाज सुनाई दी। ड मी




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