ब्रह्मराक्षस का नाइ | BRAHMRAKSHAS KA NAI- BGVS

BRAHMRAKSHAS KA NAI- BGVS by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaराजेश जोशी - Rajesh Joshi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(मुख्य गायक और टोली का प्रवेश )। मुख्य गायक : धन सार राक्षस ने उसके घर पहुंचाया हज्जाम ने उससे एक नया घर बनवाया फिर एक दिन उसने ब्याह रचाया सुन्दर सी एक बहू वह घर में लाया। सुविधा का हर सामान जुटाया राक्षस था लेकिन अब भी घबराया बोला मुझको अब मुक्ति दे दो अब नहीं कोई भी कर्ज बकाया




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